Input and Output Lesson-3
कम्प्यूटर के मुख्य
रूप से चार भाग होते हैं-
1- इनपुट
2- आउटपुट
3- CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट)
4- मेमोरी
इनपुट मेमोरी
डेटा प्रोग्राम या
निर्देशों को कम्प्यूटर में डालने के लिए जिस यूनिट का प्रयोग किया जाता है उसे
इनपुट यूनिट कहते हैं। इनपुट डिवाइस इन निर्देशों को वाइनरी कोड में बदल लेती है, क्योंकि कम्प्यूटर सिर्फ बाइनरी कोड (मशीनी
भाषा) को समझता है।
जैसे- कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, लाइट पैन, बार-कोड रीडर एवं
अन्य रीडर आदि।
आउटपुट यूनिट
कम्प्यूटर द्वारा
उत्पन्न किए गये परिणाम जो इनपुट निर्देशों से उत्पादित हुए है आउटपुट कहलाते
हैं। तथा आउटपुट प्राप्त करने के लिए आउटपुट यूनिट प्रयोग में लाते हैं। जैसे-
मॉनीटर (VDU), स्पीकर, प्रिंटर, प्रोजेक्टर आदि।
सी०पी०यू०
सैंट्रल प्रोसेसिंग
यूनिट इसे कम्प्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है। सीपीयू कैबिनेट (बॉक्स) में
सीपीयू होता है जो एक चिप के आकार का होता है। सीपीयू का कार्य इनपुट डेटा पर
क्रिया करके उसे आउटपुट में बदलता है।
सीपीयू को तीन भागों
में विभाजित किया जाता है।
1- मेमोरीयूनिट
2- कंट्रोल यूनिट
3- अर्थमेटिक व
लॉजिकल यूनिट
कंट्रोल यूनिट
यह यूनिट कम्प्यूटर
के सभी कार्यों पर नियंत्रण रखता है।
अर्थमेटिक यूनिट
कम्प्यूटर में
अर्थमेटिक क्रियाएं जैसे जोड, घटा, गुणा व भाग आदि करता है।
लोजिक यूनिट
ये लोजिकल क्रियाएं छोटा, बड़ा, तुलना करना आदि
करता है।
नोट: इनपुट/आउटपुट
डिवाइसों को पेरिफेरल डिवाइस भी कहते हैं। जिन्हें जरूरत पड़ने पर प्रयुक्त किया
जाता है।
इनपुट उदाहरण-
की-बोर्ड
यह टाइपराइटर की तरह
दिखने वाला इनपुट उपकरण है। की-बोर्ड के अंदर छोटे-छोटे प्रोसेसर होते हैं, जो दबाए गये अंक/अक्षर को बाइनरी में बदल देते
हैं। अत: इस प्रकार सीपीयू बाइनरी संख्या को समझकर आउटपुट देता है।
कीबोर्ड पर उपस्थित
कुजिंयो के प्रकार
1- अल्फोटिकल की A से Z होते हैं। न्यूमेरिक
की 0 से 9 तक होते हैं। फंक्शन की को प्रोग्रामेबल कुंजिया भी कहते हैं। ये विशेष
कार्य के िलए प्रयोग की जाती हैं जैसे F1, F2 से F12 तक होती हैं।
स्पेशल की किसी अन्य
कुंजी के साथ प्रयोग करके दबाई जाती है। जिसके कारण ये एक विशेष कार्य करती है।
एंटर की को मेन की
भी कहते हैं। इसका प्रयोग नई लाइन में प्रवेश करने हेतु या किसी सलेक्टिड कंमाड को
स्वीकारने के लिए किया जाता है।
शिफट की कीबोर्ड में
कुछ कुजिंया ऐसे होती हैं, िजसमें ऊपर नीचे दो अक्षर छपे होते हैं। उनमें
से ऊपर वाला अक्षर प्रयोग करने के िलए इसका प्रयोग करते हैं।
कैप्स लॉक इंग्लिस
वर्णमाला को कैपिटल में लिखने के लिए इसे ऑन किया जाता है।
माउस- इसका प्रयोग कर्सर या प्वांइटरको एक स्थान से
दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए किया जाता है। इसमें लैफट/राइट क्लिक होते हैं।
बीच में एक स्क्रॉल बटन होता है। आजकल वायरलैस माउस भी प्रयोगकिए जाते हैं।
ऑप्टीकल-मार्क रीडर
(OMR)
इसका प्रयोग कागज पर
बने चिन्हों को पहचानने के लिए किया जाता है। परीक्षाओं में उत्तरों की जांच के
लिए इस मशीन का प्रयोग िकया जाता है।
बायोमैट्रिक सेंसर
इस उपकरण का प्रयोग
व्यक्ति की उंगलियों के निशान पहचाने के लिए किया जाता है। आजकल इसका प्रयोग
कार्यालयों में उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए किया जाने लगा है।
स्कैनर
इसका प्रयोग पेपर पर
छपे डेटा या चित्र को डिजिटल रूप में बदलने के िलए करते हैं। यह डेटा सेव कर लिया
जाता है तथा जरूरत पड़ने पर इसमें बदलाव भी किया जा सकता है।
Printer |
||
Impact
Printer |
Non
Impact (Page Printer |
|
Character Printer |
Line Printer |
Laser
Printer Inkjet
Printer |
Dot Matrix Printer Daisy Wheel Printer |
Drum Printer Chain Printer |
कुछ महत्वपूर्ण
मुख्य बिन्दु
- कम्प्यूटर केक
अंदर डेटा/निर्देश प्रविष्ठ कराना इनपुट कहलाता है।
- इनपुट डिवाइस के
उदाहरण- की-बोर्ड, माउस, माइक्रोफोन, स्कैनर, टचपैड, जॉयस्टीक, OMR, MICR, BCR, लाइट पेन, OCR
- इनपुट डेटा पर
प्रक्रिया होने के बाद Output
प्राप्त होता है।
- आउटपुट डिवाइस के
उदाहरण- मॉनीटर,स्पीकर, हैडफोन, प्रिंटर, प्रोजेक्टर, प्लॉटर आदि।
- मदर बोर्ड के ऊपर एक छोटी सी चिप के रूप में
सीपीयू होता है।
- इटैंल एक माइक्रोप्रोसेसर बनाने वाली कंपनी है।
- सीपीयू के तीन भाग होते हैं-
ALU- Arithmatic Logic Unit
CU- Control Unit
MU- Memory Unit
ALU + CU से माइक्रोप्रोसेसर बनता है।
कीबोर्ड में एफ का अर्थ- Function
कीबोर्ड में ESC का मतलब- Escape
कीबोर्ड में ALT का अर्थ- Alternative
- कैप्सलॉक बटन का प्रयोग अक्षरों को कैपीटल
लिखने के िलए करते हैं।
- स्टैंडर्ड की बोर्ड में 104 बटन होते हैं।
- प्रंटिर दो प्रकार के होते हैं- इम्पैक्ट व नॉन
इम्पैक्ट। जिस प्रिंटर में प्रिंट हैंड टच करें (पेपर को) वह इम्पेक्ट है। जैसे
डोट मैट्रिक्स, चेन, डेजी, ड्रम।
नॉन इम्पेक्ट लेजर, इंकजेट है। मूर के नियमानुसार प्रत्येक 6 माह
में दोगुना उपकरण हो जायेगें।
- गेम खेलने के लिए जॉयस्टिक प्रयोग की जाती है।
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